रविवार, 13 सितंबर 2015

• दांतों की समस्या

• दांतों की समस्या –
दांतों में ठंडा गरम लगना, दन्तक्षय, दाँतों में कीड़े, मसूढ़ों का फूलना, उनसे खून, पीप आना, पायरिया, दांत दर्द और टूटना, मुंह से बास आना आदि सभी तरह की दांतों की समस्याओं में निम्न उपचार लेना उचित होगा –
1. दांतों में उपरोक्तानुसार किसी भी तरह की तकलीफ होने पर Merc Sol 200 और beladona 200 को मिलाकर बनी दवा की पांच बूँद आधा कप पानी से दिन में तीन बार एक हफ्ते तक लें.
2. अगर दांत में कीड़ा या कालापन हो, तो स्टेफीसेगरिया 30 की पांच बूँद आधा कप पानी से दिन में तीन बार एक हफ्ते तक लें.
3. HSL कम्पनी की होम्योकाम्ब नं. 76 की दो गोली दिन में चार बार लें
4. जिन्हें दांतों की तकलीफ हमेशा रहती है, वे बायो काम्ब न. 23 की 6 गोली चार बार गुनगुने पानी से लम्बे समय तक लें.
5. रात को सोते समय एक कप पानी में कैलेन्डुला Q की बीस बूँद डालकर आधा कप पानी से कुल्ला करें और बाकी पानी पी लें.
6. साथ ही होमोपथिक टूथपेस्ट होम्योडेंट या जो भी होम्यो टूथ पेस्ट आपको सूट करे, उसे प्रयोग करें.
7. सुबह और सोने से पहले इस पेस्ट के साथ ब्रश अवश्य करें. जो लोग पेस्ट यूज़ नहीं करते हैं, वे होम्यो टूथ पाउडर का प्रयोग करें.
8. इस तरह से दो बार पेस्ट करने से कभी भी दांतों की किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी.
• शरीर की ओवरहालिंग और रिचार्जिंग –
हमेशा स्वस्थ रहने के लिए कोई भी व्यक्ति या परिवार अगर निम्न उपचार द्वारा अपने शरीर की ओवरहालिंग और रिचार्जिंग करता है और खान-पान तथा एक्सरसाइज भी निम्न अनुसार लेता है, तो उसे कभी भी कैंसर, डायबटीज, ह्रदय रोग, लिवर रोग, किडनी फेल्यर, टी.बी., फेफड़े के रोग, चर्म रोग आदि कोई भी गंभीर बीमारी नहीं होगी और वह आजीवन सपरिवार स्वस्थ, प्रसन्न और खुशहाल रह सकेगा -
1. सबसे पहले आप सुबह 7 बजे कुल्ला करके सल्फर 200 को, फिर दोपहर को आर्निका 200 और रात्रि को खाने के एक से दो घंटे बाद या नौ बजे नक्स वोम 200 की पांच-पांच बूँद आधा कप पानी से एक हफ्ते तक ले, फिर हर तीन से छह माह में तीन दिन तक लें.
2. इन दवाइयों को लेने के एक हफ्ते बाद हर 15-15 दिन में सोरिनम 200 का मात्र एक-एक पांच बूँद का डोज चार बार तक ले, ताकि आपके शरीर के अंदर जमा दवाई और दूसरे अन्य केमिकल और पेस्टीसाइड के विकार दूर हो सकें और आपके शरीर के सभी ह्रदय, फेफड़े, लीवर, किडनी आदि मुख्य अंग सुचारू रूप से कार्य कर सकेंगे. बच्चों और ज्यादा वृद्धों में ये सभी दवा 30 की पावर में दें.
3. अगर कब्ज रहता हो, तो होम्योलेक्स या HSL कम्पनी की होम्योकाम्ब नं. 67 की एक या आधी गोली रोज रात एक सफ्ताह तक 9.30 बजे लें. इसके बाद हर व्यक्ति को चाहिए कि वह इसे हर हफ्ते एक या आधी गोली रात्रि 9.30 बजे ले.
4. आप सुबह दो से चार गिलास कुनकुना पानी पीकर 5 मिनिट तक कौआ चाल (योग क्रिया) करें.
5. साथ ही पांच या अधिक से अधिक दस बार तक सूर्य नमस्कार करें. फिर 200 से 500 बार तक कपाल-भांति करें. इसके बाद प्राणायाम करें.
6. रोज सुबह और रात को 15-15 मिनिट का शवासन भी करें.
7. फिर एक घंटे बाद अगर सूट करे, तो कम से कम एक माह तक नारियल पानी लें.
8. सुबह और शाम को अगर संभव हो, तो एक घंटा अवश्य घूमें.
9. रात को सोते समय अष्टावक्र गीता में बताये अनुसार दो मिनिट के लिए “मैं स्वयं ही तीन लोक का चैतन्य सम्राट हूँ” ऐसा जाप करें.
10. उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव के चार्ज किये और मिलाकर बने चुम्बकित जल को लगभग 50 मिलीलीटर की मात्रा में रोज दिन में 3 बार उपयोग करें.
11. रोज सुबह उच्च शक्ति चुम्बकों को हथेलियों पर 15 मिनिट से आधे घंटे के लिए लगायें और रात्रि को खाने के दो घंटे बाद पैर के तलुवों पर 15 मिनिट से आधे घंटे के लिए दक्षिणी चुम्बक को बायीं ओर और उत्तरी चुम्बक को दाहिनी ओर लगाये.
12. गेंहू, जौ, देसी चना और सोयाबीन को सम भाग मिलाकर पिसवा ले और उसकी रोटी सादे मसाले की रेशेदार सब्जी से खाएं. दाल का प्रयोग कम कर दें. बारीक आटे व मैदे से बनी वस्तुएं, तली वस्तुएं एव गरिष्ठ भोजन का त्याग करे।
13. सुबह-शाम चाय के स्थान पर नीबू का रस गरम पानी में मिला कर पिएं।
14. खाने में सिर्फ सेंधे नमक का प्रयोग करें.
15. रात को सोने से पहले पेट को ठण्डक पहुँचायें। इसके लिए खाने के चार घंटे बाद एक नेपकिन को सामान्य ठन्डे पानी से गीली करके पेट पर रखें और हर दो मिनिट में पलटते रहें. 15 मिनिट से 20 मिनिट तक इसे करें.
16. मैथी दाना 250 ग्राम, अजबाइन 100 ग्राम और काली जीरी 50 ग्राम को पीस कर इस चूर्ण को कुनकुने पानी से रात्रि 9.30 बजे एक चम्मच लें.
17. रात्रि को खाना और जमीकंद खाना, शराब पीना व धूम्रपान अगर करते हों या तम्बाखू खाते हों, तो इन्हें बंद करें. शाकाहारी भोजन ही लें.
18. अपने शरीर की सालाना ओवरहालिंग के लिए साल में एक बार अपने आसपास के किसी भी प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में जाकर वहां का दस दिन का कोर्स करें.
19. अपने घर के बुजुर्ग लोगों की रोज एक घंटे के लिये सेवा और मदद करें.
20. अपने आसपास की झोपड़पट्टी में रहने वाले किसी गरीब व्यक्ति की हर हफ्ते जाकर मदद करें.
21. अध्यात्मिक कैप्सूल के रूप में मेरी पुस्तक मुक्तियाँ की एक-एक मुक्ति तीन माह तक रोज पढ़ें. इससे आपकी नेगेटिव एनर्जी कम होगी और पॉजिटिव एनर्जी बहुत तेजी से बढेगी.
22. मेरी स्वस्थ रहे, स्वस्थ करें, मुक्तियाँ और अन्य कई पुस्तकों को मेरे समाधान ग्रुप से निशुल्क डाउन लोड करें. आप चाहे तो अपना email address मेरे मेसेज बाक्स में दे दे, तो मैं आपको डायरेक्ट मेल कर दूंगा.
23. होम्योकाम्ब और बायोकाम्ब नम्बर से मिलती हैं. इनके नम्बर ध्यान से लिखें. साथ ही होम्योकाम्ब और बायोकाम्ब में कन्फ्यूज न हों. इन्हें साफ़-साफ़ लिखें.
24. किसी भी गंभीर मरीज को किसी विशेषज्ञ डॉक्टर को तत्काल दिखायें.
25. होम्योपैथी की दवाइयों को मुंह साफ़ करके कुल्ला करके लेना चाहिए. इनको लेते समय किसी भी तरह की सुगन्धित चीजों और प्याज, लहसुन, काफी, हींग और मांसाहार आदि से बचे और दवा लेने के आधा घंटा पहले और बाद में कुछ न लें.
26. हर दिन नई एलोपथिक दवाइयां बन रही हैं और अधिकांश पुरानी दवाइयों के घातक और खतरनाक परिणामों के कारण इन्हें कुछ ही वर्षों में भारत को छोड़ कर विश्व के कई देशों में बेन भी किया जा रहा है.
27. हमें भी चाहिये कि हम मात्र एलोपथिक दवाइयों पर ही निर्भर न रहकर योगासन, सूर्य किरण भोजन, अमृत-जल या सूर्य किरण जल चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, बायोकेमिक दवाइयाँ आदि निर्दोष प्रणालियों को अपना कर खुद और अपने परिवार को सुरक्षित करें. 

श्रीगणेश को प्रसन्न करने के कुछ तांत्रिक उपाय

श्रीगणेश को प्रसन्न करने के कुछ तांत्रिक उपाय
1- एक कांसे की थाली लें और उस पर चंदन से ऊँ गं गणपतयै नम: लिखें। इसके बाद इस थाली में पांच बूंदी के लड्डू रखें व समीप स्थित किसी गणेश मंदिर में दान कर आएं।
2- यंत्र शास्त्र के अनुसार गणेश यंत्र बहुत ही चमत्कारी यंत्र है। घर में इसकी स्थापना बुधवार, चतुर्थी या किसी शुभ मुहूर्त में करने से बहुत लाभ होता है।
3- सुबह स्नान अदि करने के बाद समीप स्थित किसी गणेश मंदिर जाएं और भगवान श्रीगणेश को 21 गुड़ की ढेली के साथ दूर्वा रखकर चढ़ाएं।
4- बुधवार या चतुर्थी तिथि के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान श्रीगणेश को शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं। थोड़ी देर बाद घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या का निदान हो जाता है।
5- चतुर्थी के दिन भगवान श्रीगणेश का अभिषेक करने से विशेष लाभ होता है। यह अभिषेक शुद्ध पानी से करें। साथ में गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ भी करें। बाद में मावे का लड्डुओं का भोग लगाकर सभी में बांट दें।
6- इस दिन किसी गणेश मंदिर जाएं और दर्शन करने के बाद नि:शक्तों को यथासंभव दान करें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीगणेश भी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।
7- चतुर्थी के दिन सुबह उठकर नित्य कर्म करने के बाद पीले रंग के श्रीगणेश भगवान की पूजा करें। पूजन में श्रीगणेश को हल्दी की पांच गठान श्री गणाधिपतये नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए चढ़ाएं इसके बाद 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जप करके चढ़ाएं।
8- यदि किसी कन्या का विवाह नहीं हो पा रहा है तो वह कन्या आज विवाह की कामना से भगवान श्रीगणेश को मालपुए का भोग लगाए तो शीघ्र ही उसका विवाह हो जाता है।
यदि किसी युवक के विवाह में परेशानियां आ रही हैं तो वह भगवान श्रीगणेश को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं तो उसका विवाह भी जल्दी हो जाता है।
9- चतुर्थी के दिन दूर्वा (एक प्रकार की घास) के गणेश बनाकर उसका पूजा करना बहुत ही शुभ होता है। श्रीगणेश की प्रसन्नता के उन्हें मोदक, गुड़, फल, मावा-मिïष्ठान आदि अर्पण करें। ऐसा करने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
10- अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं और कम नहीं हो रही हंै तो आप चतुर्थी के दिन किसी हाथी को हरा चारा खिलाएं और गणेश मंदिर जाकर भगवान श्रीगणेश से परेशानियों का निदान करने के लिए प्रार्थना करें। इससे आपके जीवन की परेशानियां कुछ ही दिनों में दूर हो जाएंगी।
11- चतुर्थी के दिन घर में श्वेतार्क गणपति (सफेद आंकडे की जड़ से बनी गणपति) की स्थापना करने से सभी प्रकार की तंत्र शक्ति का नाश हो जाता है व ऊपरी हवा का असर भी नहीं होता।
जय श्री राम

बुधवार, 9 सितंबर 2015

********** सरल उपाय**

********** सरल उपाय**********
* प्रतिदिन गाय को रोटी में घी का तिलक कर गुङ रख कर हाथ से खिलाने से आर्थिक संकट दूर होता है व मनाेकामना पूर्ण हाेती है। 
* प्रतिदिन कौवे काे मिठी राेटी ङालने से व पक्षियों काे चावल बाजरा जवार ङालने से नवग्रह प्रसन्न व पितृ तृप्त होते हैं। 
* प्रतिदिन चींटियों को भुना हुआ आटा शक्कर व घी मिलाकर डालने से कर्ज और संकट से मुक्ति मिलती है।
* प्रतिदिन कुत्ते को रोटी पर सरसाे तेल का नाम मात्र का तिलक कर खिलाने से शत्रु बाधा व आकस्मिक संकट दूर रहते हैं। केतु व शनि ग्रह व गुरू दत्त का आर्शिवाद प्राप्त हाेता है।
* प्रतिदिन आप समय समय पर कछुऐ व मछलियाे काे भी भाेजन देते रहे आपकाे लाभ हाेगा।
नाेट:- इनमे से जाे भी आपकाे बन सके करें आप आपकाे लाभ हाेगा।
**** जय भवानीशंकर********

//-// खालीपेट नहीं खानी चाहिए ये 10 चीजे //-//ं

//-// खालीपेट नहीं खानी चाहिए ये 10 चीजे //-//ं
स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कई बातों को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। कुछ खाद्य सामग्रियों में एसिड की मात्रा ज्यादा होती है, ऐसे में उन्हे खाली पेट खाना या पीना आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
1. सोडा (Soda):
सोडा में उच्च मात्रा में कार्बोनेट एसिड होता है। अगर आप इसे खाली पेट पी लेंगे तो मतली आ सकती है और आपको असहज महसूस हो सकता है।
2. टमाटर (Tomato):
टमाटर में एसिड होता है जिसकी वजह से अगर आप इसे खाली पेट खा लेते हैं तो यह रिएक्ट करता है और पेट में अघुलनशील जेल का निर्माण कर देता है जो पेट में स्टोन बनने का कारण बन जाता है।
3. दवाईयां (Medicine):
अक्सर आपने डॉक्टर्स को सलाह देते हुए सुना होगा कि खाली पेट दवाओं का सेवन न करें। खाली पेट, दवा खाने से पेट में एसिड की शिकायत हो जाती है जिससे शरीर में असंतुलन पैदा हो जाता है।
4. एल्कोहल (Alcohol):
खाली पेट शराब का सेवन करने से पेट में जलन होने लगती है जिसकी वजह से खाना भी ठीक प्रकार से नहीं पच पाता है।
5. चटपटा भोजन (Spicy Food):
कभी भी खाली पेट किसी भी प्रकार के चटपटे भोजन का सेवन न करें। इसमें नेचुरल एसिड होता है जो पेट के हाजमे को बिगाड़ देता है। कई बार पेट में ऐंठन भी होने लगती है।
6. कॉफी (Coffee):
खाली पेट, कॉफी का सेवन सबसे अधिक घातक होता है। इसमें कैफीन होती है जो खाली पेट लेने पर आपको बेहाल कर सकती है। कुछ खाने को न हों, तो एक गिलास पानी ही पी लें।
7. चाय (Tea):
जिस प्रकार कॉफी पीना अच्छा नहीं होता है, उसी प्रकार खाली पेट चााय भी न पिएं। चाय में उच्च मात्रा में एसिड होता है जिसकी वजह से पेट में दर्द हो सकता है।
8. दही (Curd):
दही स्वास्थ्यकारी होता है लेकिन खाली पेट, इसका सेवन करने से पेट में मरोड़ उठ सकती है।
9. केला (Banana):
खाली पेट केला खाने से शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा काफी बढ़ जाती है जिसकी वजह से शरीर में कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा में असंतुलन हो जाता है। इस कारण, सुबह खाली पेट केला न खाएं।
10. शकरकंद (Sweet Potato):
शकरकंद में टैन्नीन और पैक्टीन होता है जिसे खाली पेट खाने पर गैस्ट्रिक एसिड की समस्या हो जाती है जिससे सीने में जलन हो सकती है।

शनिवार, 5 सितंबर 2015

शनि देव भगवान कृष्ण के प्रिय भक्त थे

कहा जाता है भगवान शनि देव भगवान कृष्ण के प्रिय भक्त थे इसी कृष्ण भक्ती के कारण उनकी पत्नी ने उनको श्राप दिया था क्यूकी उनको कृष्ण के अलावा कुछ नही दिखता था क्रोध मे आयी पत्नी ने दृष्टी श्राप दिया । जिससे शनि देव चितांग्रस्त लेकिन कृष्ण ने उनको कहा था कलयुग के लिए ऐ श्राप नियती है तथा लोग अधर्म पाप से युक्त होगे तो आप दडांधिकारी के तौर पर आपकी दृष्टी ही काम मे आऐगी लेकिन धर्म मेरा रूप है तो जो व्यक्ती या देव धर्म के अनुसार चलेगा उसपर आपकी दृष्टी शुभफल देगी । अआज शनिवार भी है और कृष्ण जन्म दिवस भी --अपने दुखो से मुक्ती अप पा सकते है और कुछ उपायो की शुरूआत आप आज से करे तो सभी ग्रहो का शुभफल आपको मिलेगा----राहू केतू के उपाय से और केतू राहू और गुरू के उपाय से शुक्र को शनी देव के उपाय से और शनी देव के उपाय के साथ सभी ग्रहो ठीक किया जाता है मै ऐसा प्रयोग करता हू ----उपाय - सुबह तुलसी पूजा करने के बाद बड या पीपल पर मीठा जल आप चढाऐ वही से गीली मिट्टी का तिलक करे ------और श्याम को कृष्ण मदिंर जाऐ घर से एक काले कपडे मे काले चने काले तिल थोडा बादाम रखे और उनके चरणो मे रख दे दो काले गुलाब जामुन उनको अर्पित करे हर चीज को अर्पित करते समय आपको जो बीज मंत्र आता हो शनि देव का वो करते रहे अतं मे कृष्ण जी आरती करे ।
ऐ आप आठ शनिवार करे । बदलाव आपको जरूर दिखेगा ।

बुधवार, 2 सितंबर 2015

पीपल के इन उपायों से दूर हो सकती है दरिद्रता

पीपल के इन उपायों से दूर हो सकती है दरिद्रता
गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने पीपल को स्वयं का एक स्वरूप बताया है। इसी वजह से मान्यता है कि पीपल की पूजा से दरिद्रता दूर होती है, सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। नियमित रूप से पीपल की पूजा करनी चाहिए। यहां जानिए पीपल के कुछ उपाय
जिस दिन पीपल का पूजन करना है, उस दिन सूर्योदय के पहले उठें और स्नान आदि कर्मों के बाद सफेद कपड़े पहनकर किसी ऐसे स्थान पर जाएं जहां पीपल हो। पीपल को गाय का दूध, तिल और चंदन मिला हुआ जल चढ़ाएं।जल चढ़ाने के बाद जनेऊ, फूल और प्रसाद चढ़ाएं। धूप-बत्ती और दीपक जलाएं। आसन पर बैठकर यहां दिए गए मंत्र जप कम से कम 108 बार करें।
मंत्र- मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे। अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:।।
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
मंत्र जप के बाद आरती करें। प्रसाद ग्रहण करें। इस प्रकार पीपल की पूजा करने पर घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
पीपल के कुछ और उपाय
1. ज्योतिष में बताया गया है कि पीपल का एक पौधा लगाने और उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति की कुंडली के सभी ग्रह दोष शांत हो जाते हैं। जैसे-जैसे यह वृक्ष बड़ा होगा, आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी।
2. यदि कोई व्यक्ति पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित करता है और नियमित रूप से उसकी पूजा करता है तो सभी समस्याएं समाप्त हो सकती हैं। इस उपाय से बुरा समय धीरे-धीरे दूर हो जाता है।
3. शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए हर शनिवार पीपल पर जल चढ़ाकर सात परिक्रमा करनी चाहिए।
4. शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना चाहिए।
5. पीपल के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो इस उपाय जल्दी ही शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं।