शनिवार, 5 सितंबर 2015

शनि देव भगवान कृष्ण के प्रिय भक्त थे

कहा जाता है भगवान शनि देव भगवान कृष्ण के प्रिय भक्त थे इसी कृष्ण भक्ती के कारण उनकी पत्नी ने उनको श्राप दिया था क्यूकी उनको कृष्ण के अलावा कुछ नही दिखता था क्रोध मे आयी पत्नी ने दृष्टी श्राप दिया । जिससे शनि देव चितांग्रस्त लेकिन कृष्ण ने उनको कहा था कलयुग के लिए ऐ श्राप नियती है तथा लोग अधर्म पाप से युक्त होगे तो आप दडांधिकारी के तौर पर आपकी दृष्टी ही काम मे आऐगी लेकिन धर्म मेरा रूप है तो जो व्यक्ती या देव धर्म के अनुसार चलेगा उसपर आपकी दृष्टी शुभफल देगी । अआज शनिवार भी है और कृष्ण जन्म दिवस भी --अपने दुखो से मुक्ती अप पा सकते है और कुछ उपायो की शुरूआत आप आज से करे तो सभी ग्रहो का शुभफल आपको मिलेगा----राहू केतू के उपाय से और केतू राहू और गुरू के उपाय से शुक्र को शनी देव के उपाय से और शनी देव के उपाय के साथ सभी ग्रहो ठीक किया जाता है मै ऐसा प्रयोग करता हू ----उपाय - सुबह तुलसी पूजा करने के बाद बड या पीपल पर मीठा जल आप चढाऐ वही से गीली मिट्टी का तिलक करे ------और श्याम को कृष्ण मदिंर जाऐ घर से एक काले कपडे मे काले चने काले तिल थोडा बादाम रखे और उनके चरणो मे रख दे दो काले गुलाब जामुन उनको अर्पित करे हर चीज को अर्पित करते समय आपको जो बीज मंत्र आता हो शनि देव का वो करते रहे अतं मे कृष्ण जी आरती करे ।
ऐ आप आठ शनिवार करे । बदलाव आपको जरूर दिखेगा ।

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