माइग्रेन व पथरी की समस्या और मैग्नीशियम
मुझे 2006 से 2014 तक हर 10-15 दिन में कभी भी भयंकर माइग्रेन का दर्द हो जाता था. कभी किसी यात्रा के कारण सुबह बहुत जल्दी जागना, कभी किसी कारण नाश्ता न कर पाना और फिर लंच भी लेट हो जाना, कभी शाम को अंधेरा होने के बाद घंटे भर से अधिक ड्राइविंग करना -ऐसे किसी भी कारण से बहुत तेज सिरदर्द हो जाता था और फिर कोई पेनकिलर लेकर सोने के अलावा कोई उपाय नहीं बचता था.
फिर विटामिनों की जानकारी लेने के शौक के कारण मेरी पत्नी ने इंटरनेट पर इस विषय में पढ़ा कि अधिकतर लोगों में ऐसा मैग्नीशियम की कमी से भी होता है. उन्होंने मुझे रोज सुबह उठते ही मैग्नीशियम देना शुरु किया. पहले तो माइग्रेन की frequency कम हुई. फिर धीरे धीरे ऐसा हो चुका है कि पिछले 4-5 वर्ष में शायद कुल 2-3 बार ही माइग्रेन का दर्द हुआ है. पर अब जब ये दर्द होता भी है तो पहले की तरह बहुत अधिक नहीं होता, इसलिये दर्द के समय भी आवश्यक होने पर कोई कार्य कर पाता हूँ, ड्राइविंग भी कर पाता हूँ. जबकि पहले दर्द के समय कुछ करना सम्भव ही नहीं हो पाता था.
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अगर आप भी माइग्रेन से अक्सर परेशान रहते हैं तो होम्योपैथी की मैग्नीशियम Magnesia Phosphorica 6x की 7-8 टैबलेट रोज सुबह खाली पेट लीजिये. इससे महीने भर में ही माइग्रेन में काफी आराम आ जायेगा और 2-3 महीने बाद माइग्रेन से मुक्ति ही मिल जायेगी.
इस होम्योपैथी की मैग्नीशियम के कोई साइड इफैक्ट नहीं होते हैं. हां, कुछ अन्य लाभ अवश्य हैं. यह पथरी (stones) को भी समाप्त करता है. दरअसल हमारे शरीर में पथरी तभी बनती है जब हमारे शरीर में किसी कारण से कैल्सियम का प्रयोग सही से नहीं हो पाता है और वो एकत्रित होकर पथरी में बदल देता है. मैग्नीशियम उसी पथरी को धीरे धीरे पावडर में बदलने पर और मूत्र के साथ में शरीर से बाहर निकलने पर मजबूर कर देता है.
माइग्रेन व पथरी के लिये प्रयोग करके देखिये.
और हां
जय हिंद
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