कब आती शादीशुदा जिदंगी मे बाधा गुन चाहे 8 मिले या 18 अगर 2 4 7.12 भाव अछे है तो फिर कोई कलेश नी होता। लाल किताब मे 2 भाव ससुराल का 4 भाव ससुराल के घर कः माहौल का 7वा भाव वैवाहिक सुख का और 12 बिसतर के सुख का । अब यदि एक भी पिडित हुआ तो कलेश होगा ही होगा सबसे बडी बात की 7वा भाव जोकि शुक्र के अपना घर है यहा राहू आ जाए तो शादीशुदा लाइफ को बरबाद कर देगा तलाक हो जाता है यदि मगंल शुक्र एक साथ इस भाव मे आ गये तो शादीशुदा होते हुए भी वो दूसरो की तरफ आर्कसित होता है उसके सबंध बन जाते है ऐ भी तलाक का कारन बन जाता है । भाव 12 मे कोई भी पापी ग्रह बैठ जाए को नीदं का सुख खो देता है जैसे राहू बैठ गया तो रातो को नीदं गायब हो जाती चितां इसकी एक वजह हो जाती है और वो शादीशुदा जिदंगी को नी चला पाता रोज झगडे मारपीट होते रहते है ।
कभी इस तरह की परेशानियो मे कुडली को अछे जोतसी दिखाए बिना उपाय न करे
कभी इस तरह की परेशानियो मे कुडली को अछे जोतसी दिखाए बिना उपाय न करे
यदि ऐसे हालाद है तो सपर्क कर सकते है ।
yeh lal kitab ki hisab se sahi but or bhi samasiya hoti h
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