सोमवार, 23 मार्च 2015

आजीविका वृद्धि प्रयोग

आजीविका वृद्धि प्रयोग
शुक्रवार को गरीबो व् भिखारियों को गुड चने बांटने से आजीविका साधन बढ़ता है |
बुधवार की शाम को बेसन के लड्डू लाकर स्वयं पर से सात बार उतारे और वृहस्पतिवार को प्रातः जल्दी उठकर पीली या श्वेत गाय को खिला दे ,आजीविका के साधन बढ़ते है |
मंगलवार के दिन बंदरो को चने खिलाने से आजीविका में वृद्धि होती है |
रविवार से शुरू करके बिना दाग का एक बड़ा नीबू लेकर चौराहे पर बारह बजे से पहले चार टुकड़े करके चारो दिशाओ में दूर-दूर तक फेक दे ,इससे रोजगार की समस्या हल होती है |

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.>>>>>>>कलयुग के देवता हनुमान जी कि पूजा, उपासना, मंत्र और पाठ करने से अलग-अलग फल प्राप्त होते हैं और बताऐ कष्ट दूर होते हैं।जो की इस प्रकार हैं।
जेल से उसे मुक्ति के लिए :
हनुमान चालिसा का पाठ करना चाहिए। दोषी व्यक्ति 108 बार "हनुमान चालीसा" का पाठ करे तो जेल से उसे मुक्ति मिल जाती है।
शत्रुओं से मुक्ति के लिए :
21 दिन तक विधि-विधान से "बजरंग बाण" का पाठ करने पर शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।
निरोगी काया के लिए :
"हनुमान बाहुक" का पाठ करने विधान है।
विधिः शुद्ध जल का बर्तन ले ,सामने रखकर 26 अथवा 21 दिनों तक (मुहूर्त के मुताबिक) प्रतिदिन करना चाहिए।
शुद्ध जल को प्रतिदिन पाठ के बाद पीना चाहिए और रोजाना पात्र को शुद्ध जल से भरें।
कंठ रोग, गठिया, वात, जोड़ों का दर्द आदि रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
आत्मविश्वास की कमी , विपरीत परिस्थितियां का होना , काम का नहीं बनना :
ऎसे समय में "सुंदरकाण्ड" सबसे उतम उपाय है।
सुंदरकांड अध्याय में हनुमान जी कि विजयगाथा है। इसका पाठ करने वाला व्यक्ति आत्मविश्वास से भर जाता है।
भूत-प्रेत और अंधेरे से डर लगै तो :
हनुमान जी का यह मंत्र है "हं हनुमंते नम:" का जाप करना चाहिए।
इस मंत्र का जाप से भय दूर भागता है।
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सुख-शांति का संचार करने के लिए :
घर में सुख-शांति के लिए शनिवार और मंगलवार के रोज हनुमान जी के मंदिर में गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाना चाहिए और प्रतिदिन घर में हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए तथा 21 दिन के बाद मंदिर में हनुमान जी को चोला चढ़ाना चाहिए । 
हनुमान जो को इष्ट मानना :
ज्योतिषशास्त्र मै कुंडली के अनुसार हनुमान जी अगर आपके इष्ट हो तो रोजाना उनकी पूजा-उपासना और पाठ करना चाहिए।
हनुमान जी के एक मंत्र "ऊं हनुमते नम:"का जाप 11 बार करना चाहिए।
रोगों से बचने के लिए :
मंत्र है:- नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।।.

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यदि आप अपने कम्प्यूटर
के वॉलपेपर दौड़ते हुए घोड़े
का फोटो लगाते हैं तो
आपके काम करने की
क्षमता पर भी अधिक
प्रभाव पड़ेगा।
क्योंकि घोड़ा हमेशा से
ऊर्जा का प्रतीक माना
जाता रहा है । इसे देखकर
कार्य में ध्यान लगता है
और ऊर्जा मिलती है। यदि
आपको अक्सर नकारात्मक
विचारों से जुझना पड़ता है
तो यह फोटो आपके विचारों
को भी नियंत्रित करती है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार
घोड़ा शक्ति का पर्याय है।
यह एक ऐसा जीव है, जो
जीवन में कभी भी बैठता
नहीं है। घोड़ा कभी थकता
भी नहीं है। यही वजह से
जहां घोड़ा या घोड़े का
फोटो भी रहता है तो वहां
का वातावरण भी ऊर्जा से
भरपूर हो जाता है।
ये भी आजमाए--->>ं
-अपने घर के दक्षिणी कोने में पक्षियों को जगह दे
सकते हैं। यह शुभ संकेतात्मक होते हैं।
-सभी ऐकडेमिक सर्टिफिकेट्स और डिग्रियों को घर
के दक्षिणी हिस्से में रखना बेहतरीन फलदायक माना
जाता है।
-अपने गार्डन के दक्षिणी हिस्से में लाल फूलों वाले
पौधे लगा सकते हैं। यदि गार्डन की सुविधा न हो तो
इसे घर के अंदर भी रखा जा सकता है।
-घर में पेटिंग्स दक्षिणी हिस्से में और 3 या 9 के
समूह में रखें। यदि इन पेंटिंग्स के लिए लाल रंग के
फ्रेम का इस्तेमाल करें तो यह आपकी ऊर्जा को
और भी बढ़ा सकता है।
-रोशनी का ध्यान जरूर रखें। जरूरत हो तो इस हिस्से
में मोमबत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह
काफी शक्तिशाली उर्जा का संचार करता है।
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